विशनोई के गोत्र

अग्रवाल्, अडींग्, अभीर् / अहीर् / अहैर्, अडोल्, अवतार्, अहोदिया, अत्रि, अतलि, आंजणा, आमरा, आयस्, आसियां,

आनणा, आखा, अखिंड्, इहरामईसराम्), ईसरवा, ईसरवाल्, ईनणिया, ईयारं, ईडंग्, उत्कल्, उमराव्, ऊनिया, ऐचरा, ऐरण्, ऐरब्,
ओऊ,ओला, ओदिया (अहोदिया), ओटिया, ओरवा, कडवासरा (कुराडा), कसवझ(कावां),
करीर्, कणेंटा, कसबी, कबीरा, कलवाणिया, कलेडिया, कमणीगारा, करड्, कमेडिया, कच्छवाया / कच्छवाई, कश्यप, कालीराण (कल्याणा), काकड्, कालडा, कासणिया, कामटा, कांसल्, कांगडा, किरवाला, कीकरं,

खदाब्, खडहड्, खेडी,खोखर,खाट्, खाती, खावा, खारा, खिलेरी, खीचड्, खुडखुडीया, खेरा, खोखर्,

खोत्, खोजा, खोड्, गर्ग, गावाल्, गायणा, गाट्,

गिल्ला, गुरु, गुजेला (उदावत्), गुरुसर्, गुजर्, गुलेचा, गुप्ता, गुरुड्, गुडल्, गेर्, गेहलोत्, गोदारा (सोनगरा, उदाणी, खिरंगिया, धोलिया, बब्निड्), सिसोदिया, देवडा, गेहलोत्, गोरा, गोयत्, गोयल् (गोभिल्, गोविल, गोहिल्),

गोगियां, गोला, गौड्, घणघस्, घ्टियाल्, घांगु, चंदेल्, चमण्डा, छींपा (दरजी), ज्वर्(जौहर्), जांगु, जाखड्, जायल्, जाजुदा, जाणी, जांगडा, झांस, झांग्, झाझडा, झाझण्, झाला, झूरिया, झोधकण (जोधकरन्), झाडा,

झोरड्, ट्ण्डन्, टाडा, टांडी (तांडी), टुसिया(टुहिया), टोकसिया, ठकरवा, ठोड्, डबोकिया, डारा, डागा, डागर्, डींगल्, डूडी, डेहला, डेलू, डोगिपाल्, ढल्, ढहिया,

ढाका, ढाढरवाल्, ढाढ्णिया, ढिड्, ढूंढिया, ढूकिया (डहूकिया), तल्लीवाला, तरड्, तंवर (तीवंर, तुंवर्, तुअर्, तोमर्) तगा (त्यागी), तांडी, तापास, तायल्, तांडा, तुंदल्, तुरका, तेतरवाल्, तेली,

तोड्, थलवट्, थालोड्, थापन्, थोरी, दडक (धडक्), दरजी, दासा, दिलोहया (दुलोलिया)दुगसर्, देहडू, दहिया, देवडा (खेडेवाला), टोहरवाला, मोड्, लोडा, दोतड्, धतरवाल्, धधारी, धारणिया, धायल्, धारिया, धूमर्, नरुका, नकोसिया, नफरी, नाडा, नाइया, नागर्,

नाथ, नाई, निरबाण्, नीबीबागा, नेहरा, नैण्, परमार (पंवार्, पवार्, पुवार्, पुआर्), पडियाल (पडिहार्),पठान्, पराशर्, प्यारी, पालडिया, पारस्, पाल्, पाटोदिया, पारिक्, पीथरा, पुरवार् (पुरवाल्, पोरवाल्, पैरवाल्), पुइया, पुष्करणझ(पोहकरण्),

पूनिया, पोटलिया, फलावर्, बरड्, बदिता, बडोला, बडएड्, ब्रदाई, बनगर्, बटेसर्, बलावत्,

बल्ड्किया, बजाज्, बलोईया, बछियाल्, बलाई, बडोला, बसोयाल्, बंसल्, बदिया, बल्हाकिया, बरुडिया, बाबल्, बाणीछु,

बागडिया, बाजरिया, बाडेटा, बाणिया (बनिया), बावरी, बांगडवा, बाना, बाजिया, बाडंग्, बासत्, बागेशु, बाकेला, बानरवाल्(अहिर्), बिछु, बिडासर्, बिलाद्, बिडाल्, बिडग्, बिडियारझ (बिडार्,

बिलोनिया, बीलोडिया, बूडिया, भवाल्, भट्ट्, भलूंडिया, भांबू, भादू, भारवर्, भोडर्, भाडेर्,

भारद्वाज्, भिलूमिया, भीचर्, भोजावत, भोडिसर्, भोछा, भुरटा, भुरन्ट्, भुट्टा, भूल्, भूश्रण्, मण्डा, मतवाला, महिया, मल्ला, मारत्, मांजू, माल्, माचरा, मालपुआ, मालपुरा, मालीवाल्,माहेश्वरी, मातवा, मान्दु, माई, मांगलिया, मिश्र्, मितल्, मील्, मीठातगा, मुरटा, मुंडेल्, मुदगिल्, मुरिया (मावरिया), मूंढ, मेहला, मेवदा, मोहिल्, मोगा, रशा, रंगा, रघुवंशी,

राड् (राहड्),रायल, राव्, रावत्, राठौड्, रणोड्, रिणवा, रुबाबल, खोडा, रोहज्, रोझा, रोड्, लटियाल्, लरियाल्, लाम्बा, लागी, लोल्, लोहमरोड्, लुहार्, वरा, व्यास्, वरासर्, वासनेय्, वात्सलय्, विलाला, विसु,

 सराक्, सरावक्, सहू (साहू,सोहू), सदु, सगर्, साई, सांवक्, सहारण(सारन्), सांखल्(सागर्), सारस्वत्, साबण्(शाबण्), सियाक् (सियाख, सियाग्, सिहाग्), सिसोदिया (सागर्), सिंगल (सिंगला, सिंघल्, सिंहला), सिंवर्, सिंवल् (सिंयोल), सिवरखिया, सिरडक्, सिरोडिया, सिंधल् (राठोड्),

सिरडिया, सीलक्, सीगड्, सुथार् (खाती, जांगडा, बढई, तरवान्), सुनार, सूर्, सेरडिया, सेवदा, सेहर् (शेर्), सेधो (सेथो), सेंगडा, सोढा, सोलंकी, सोनक् (सुनार्), शांक, शाह, शाण्ड्लय्, शिव्, श्रीमाली, शिढोला, हरडू, हरीजा, हाडा (उदावत्, बलावत्, भोजावत्), हरिया, हरिवासिया, हुमडा, हुड्डा।

गोदारा, बेहनीवाल् (बिणयाल् लोल्, मांजू, बेरवाल्, पंवार्, खोखर्, टोकसिया, जाणी, तेतरवाल्, नैण्, गर्ग्, सहू, पूनिया, चैहान।

बांगडिया (बागंडवा), चौहान् (चवाण्), लटियाल्, सिंवल, सियोल्, सिंवर्, गूजर गौड्, बांवरा, अग्रवाल्, दडक्, तंवर् (तीवंर्), पंवार् (पुआर्), सोढा, पण्ड्वालिया (पवाडिया) ।

चांगडा, पाटोदिया, सीलक् (छटिया), देहिया, भुरटा, जाला, झांस, लूदरिया, लुहार्, धामु, गुजर, पंवार कुलहडिया।

चौहान् (शाण्डलय्), थापन् (चौहान्, सहू), बाघेला, राठौड्, देवडा (मोड्, लोडा, खेडेवाला, टोडरवाला), सिसोदिया (सागर्), चन्देल्, हाडा(भोजावत्, उदावत, बलावत्), मोहिल्, पंवार्, गुजेला, सांखला (एयर)।

नोटःथापन गोत्र्,गायणा गोत्र्,सुथार गोत्र तथा दनगर पूर्बिया (पुर) गोत्र्-सभी को गोतों की व्रुहद सूची में भी सम्मिलित हुआ है।
जाट(८० प्रतिशत्), अग्रवाल् (बनिया), राजपूत्, ब्राम्हण्, कुरमी, अहीर्, सुथार (खाती, जांगडा, बढई, तरखाना), सुनार्, नाई, तेली, गायणा, दनगर पूर्बिया (पुर्), गुजर्, गुप्ता (वंश्), छिंपा (दरजी), तगा (त्यागी), माहेश्वरी, कसबी, बेहडा, जुलाहा (बुनगर्, बेजरा), पुष्पकरणा(पोहकरणा), बजाज्, बाणिया (बनिया), सारस्वत्, श्रीमाली ।

आभार : उपरोक्त गोतों और जातियों के संकलन का आधार :
(१) जम्भसार् (द्वितीय संस्करण),
(२) श्री जम्भदेवचरित्र भानु,
(३) जांभोजी, विशनोई संप्रदाय और साहित्य
(४) श्री हनुमान जी जाणी,तत्कालीन उप्-सम्पादक द्वारा'अमर ज्योती'के नवंबर १९९५ अंक में प्रकाशित सूची,
(५) जम्भ ज्योति द्वारा मार्च १९९७ अंक में प्रकाशित सूचि,
(६) श्री प्रुथ्वी सिंह जी बेनीवाल्(पंचकूला) द्वारा जून २००० में प्रकाशित कवित सूची,
(७) स्वामी बद्रिप्रसाद जी द्वारा१९९७ में प्रकाशित सूची
(८) पटवारी भारमलजी गोदारा,सादूल ढाणी चितलवाना, जिला, जालौर् (राजस्थान्), द्वारा जंभसार दर्शन के अप्रैल १९९३ अंक में तथा सम्भराथल संदेश के जनवरी २००५ अंक में प्रकाशित कवित सूचियां
(९) थानेदार गोपाल दास जी सुथार्,महाबीर कालोनी,हिसार द्वारा सुथारों के गोतों की सूची,
(१०) श्री भंवरलाल जीगायणा गांव बज्जु,जिला बीकानेर् (राजस्थान्) द्वारा भेजी गई सूची
(११) पेटल श्रीराम जी सारन गांव चौकडी, जिला हरदा (मध्यप्रदेश्), द्वारा भेजी गई सूची
(१२) श्री राजूराम जी साहू गांव गुडा बिशनोईयां जिला जोधपुर्, (राजस्थान) द्वारा भेजी गई सूची। उपरोक्त सभी का धन्यवाद सहित मैं आभार प्रकट करता हूं।

गोतों की संख्या अनुसार

१ जम्भसार - २१९,
२ श्री जंभदेव चरित्र भानु - १४३,
३ जांभोजी विशनोई संप्रदाय और साहित्य - १६१,
४ सूची द्वारा स्वामी बद्रीप्रसाद जी-  २७१

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