विशनोई या बिशनोई
जो विशनोई का प्रयोग करते है उनका मत है की श्री गुरु महाराज विष्णु के उपासक थे और उन्होनें बार-बार विष्णु भगवान की उपासना का आदेश दिया है, इसलिये विष्णु के मानने वाले विशनोई कहलाये| शब्दों में भी कहीं "बिशनोई" और कहीं "विशनोई" का प्रयोग हुआ है|